सत्योधर्मावार्ता

सत्य समाचारः इति एकमात्रं धर्मम् |

Thailand स्कूल बस में आग लगने से 25 छात्रों की मौत। बस में लगभग 44 लोग सवार थे, जिनमें 5 शिक्षक भी शामिल |

Thailand स्कूल बस में आग

Thailand छात्रों और शिक्षकों से भरी बस में लगी आग |

Thailand स्कूल बस में आग लग गई, जिसमें 25 छात्रों की मौत हो गई और 16 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बचावकर्मी बाकी बच्चों को निकालने की कोशिश कर रहा है। जिन लोगों ने यह हादसा अपनी आंखों से देखा, उनका मानना है कि बस में आग टायर फटने की वजह से लगी। थाईलैंड के स्थानीय समाचार चैनल के मुताबिक, यह हादसा बैंकॉक के खु खोट इलाके में हुआ। हादसा मंगलवार की दोपहर साढ़े 12 बजे हुआ। बस स्कूल ट्रिप पर छात्रों को ले जा रही थी और लौटते वक्त यह दुर्घटना हो गई। बीबीसी के मुताबिक, बस में 3 से 15 साल तक के छात्र मौजूद थे। बस का ड्राइवर घटना के बाद फरार है और उसकी तलाश जारी है।

फायर फाइटर्स ने बड़ी मुश्किल से आग बुझाई, क्योंकि बस में आग काफी ज्यादा थी जिससे इसे बुझाने में समय लगा और बस की बॉडी बहुत ज्यादा गर्म हो गई। बॉडी गर्म होने के कारण फायर फाइटर्स ने छात्रों के शवों को निकालने में देर की। फायर फाइटर्स को बस में घुसने और छात्रों को बाहर निकालने के लिए कपड़े का सहारा लेना पड़ा। यह स्कूल बस सीएनजी से चलती थी…

 

ट्रांसपोर्ट मंत्री – सुरिया जुआनग्रोनग्रुंगकिट ने हादसे का जायजा लिया |

सुरिया जुआनग्रोनग्रुंगकिट ने घटनास्थल पर जाकर हादसे का जायजा

लिया। उन्होंने बताया कि बस कंप्रेस्ड नेचुरल गैस  (सीएनजी) से चलती थी। उन्होंने भविष्य में सीएनजी पर चलने वाली बसों को बदलने के लिए कोई और विकल्प खोजने की बात कही। सीएनजी से चलने वाले कमर्शियल वाहनों पर प्रतिबंध लगाने पर विचार करेंगे और दूसरा विकल्प तलाशेंगे।

थाईलैंड के प्रधानमंत्री: पाएटोंगटार्न चिनावाट ने किया शोक व्यक्त |

थाईलैंड के प्रधानमंत्री पाएटोंगटार्न चिनावाट ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति शोक व्यक्त किया है और उन्होंने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, थाईलैंड के गृह मंत्री अनुतिन चर्नविराकुल ने बताया कि बचाव दल के पहुंचने के बाद भी बस बहुत ज्यादा गर्म थी, इसलिए बस में शव काफी देर तक पड़े रहे।

टिप्पणी : माना जाता है कि थाईलैंड सड़क सुरक्षा मामलों में सबसे खराब देशों में से एक है। यहां वाहनों की दुर्दशा और
बेहद गलत ड्राइविंग के कारण हर साल 20 हजार दुर्घटनाएं होती हैं। (सत्योधर्मावार्ता)